Monday 17 September 2012

सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दे

कोलाहल- महंगाई, भ्रष्टाचार व विदेशी निवेश का भारत में कोलाहल है। भ्रष्टाचार, महंगाई व विदेशी निवेश को लेकर बहस हो रही है। आरोप-प्रत्यारोप का दोर है। महंगाई व विदेशी निवेश बढ़ाने का ठेका कांग्रेस सरकार ने ले लिया है और भ्रष्टाचार मिटाने का जिम्मा अन्ना टीम व विपक्ष के पास है। भारत के करोड़ो शहरवासी स्त्री-पुरूषों के ह्नदय में भोगवाद और भौतिकवाद की धधकती हुई आग में कार्पोरेट घराने व राजनीतिज्ञ मिलकर मीडिया व कानून की लाठी के सहारे जनता पर तलवारें चलाकर अपनी रोटी सेक रहे है। मीडिया के माध्यम से हिन्दुस्तान और हिन्दुस्तानियों को कलंकित कर रहे है। किसानों को सब्जबाग दिखा रहे, है। जीवन स्तर को निरन्तर ऊपर उठाने की दिशा व वासना पैदा करने वाली सरकार का कैन्द्रीकरण कर रही है। भारत के वर्तमान विनाश का कारण यह है कि राजनीति, मीडिया तथा एन.जी.ओ. के माध्यम से कार्पोरेट घरानों ने देश की सम्पूर्ण शक्ति धन बल, बुद्धिबल व बाहुबल पर आधिपत्य कर लिया है। पैट्रोल, डीजल, कोयला व गैस की दरें बढ़ाकर सरकार ने खाद्य पदार्थों व आम जरूरत की चीजों को पाश्चात्य पेटर्न पर कृत्रिम रूप से महंगी कर दी है। भविष्य में और महंगाई बढाई जायेगी। वर्तमान हालात में आम जन बेबस है। औद्योगिक घरानों के पक्ष में नीतियां, नियम व कानून सरकार तानाशाही तरीके से बना रही है। इस पर प्रश्न यह उठता है कि यदि किसी को शराब पीने की आदत पड़ जाये और शराब बेचने वाला उसे शराब बेचे तो दोष बेचने वाले का होगा या पियक्कड का। शराब की दुकान बन्द कराने से व्यसन तो नहीं मिटेगा ? शराब की तरह भौतिकता भी घातक व्यसन है। अतः इस समस्या के समाधान का रास्ता जनता को खोजना चाहिए। देश के समक्ष आज जो हालात है उससे निपटने में भारत का मध्य वित्तीय वर्ग सक्षम है। क्यों कि पूरी दुनिया के कार्पोरेट केवल इसी वर्ग के सहारे भारत को अपना केन्द्र बना रहे है। यदि मध्य वित्तीय वर्ग दो-पांच वर्ष केवल राष्ट्र को बचाने के लिए अपनी थेलियों को बन्द करदे तो दुनिया की कोई ताकत इस देश का विनाश नहीं कर पायेगी। श्याम बनवाड़ी ए-131, आर.के. कॉलोनी, भीलवाड़ा-311001 Mo. – 9829045100 Ph. – 01482-231500 Email - shyambanwari@yahoo.com

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